वस्त्रोद्योग विभाग, वस्त्रोद्योग के विभिन्न क्षेत्रों के सुनियोजित एवं सुव्यवस्थित विकास के लिए मार्गदर्शी सिद्धान्तों का निर्धारण करता है और हथकरघा क्षेत्र में रोजगार की संभाविता अधिक होने के कारण उसके विकास पर विशेष बल दिया जाता है। वस्त्रोद्योग विभाग हथकरघा एवं शक्तिचालित करघे से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं को अनुमोदित करता है। यह विभाग प्रमुख सचिव के अधीन कार्य करता है जिसमें उनके अधीन एक विशेष सचिव, एक उपसचिव तथा अन्य कर्मचारी कार्यरत हैं। वस्त्रोद्योग विभाग कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार उत्पन्न करने वाले प्रदूषणरहित हथकरघा उद्योग की परम्परागत कलात्मकता, सृजनात्मकता का उपयोग ग्रामीण एवं देश की अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण करने हेतु प्रयत्नशील है। वस्त्रोद्योग विभाग 80 हज़ार करघों एवं इन पर कार्यरत 2.5 लाख बुनकरों के साथ ही इस व्यवसाय से अपरोक्ष रूप ससे जुड़े लाखों कामगारों जो कि सूत निर्माण से लेकर उत्पादित वस्त्रों की बिक्री एवं वस्त्रों के निर्यात में शामिल हैं के रोजगार की सुनिश्चितता करने के साथ ही बुनकरों जिनमें कि ज्यादातर समाज के कमजोर, निर्बल, अल्पसंख्यक एवं अनुसूचित जाति के लोग शामिल है, की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति सुधारने, उनके उत्पादों की उत्पादकता बढ़ाने एवं उत्पाद की गुणवत्त सुधारने हेतु निरन्तर प्रयत्नशील है ताकि वे अपने भविष्य के प्रति आशान्वित हो सकें।
Nature of Business Manufacturer / Exporter / Supplier / Retailer
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